Examine This Report on Gangster Shayari
लहरो को खामोश देखकर ये ना समझना, की समंदर मे लहरे नही है, हम जब भी उठेंगे, तूफान बनकर उठेंगे, बस उठने की अभी ठानी नही है!!
ज़रुरत पड़ने पर हर किसी से भिड़ सकता हूँ !!
आखिर मेरे ही हाथ से निकले परिंदे है ये !!
अगर लड़ना हो तो मैदान में आना, तलवार भी तेरी होगी और गर्दन भी!!
कुछ सही तो कुछ खराब कहते है, लोग हमे बिगड़ा हुआ नवाब नवाब है!!
खून abhi wo ही hai ना ही शोक बदले ना ही जूनून सून लो फिर से, रियासते गयी hai रूतबा नही रौब ओर खोफ aaj⛅ भी वही haiं।
नखरे तो सिर्फ मम्मी पापा उठाते है, दुनिया वाले तो बस उंगली उठाते है!!
उसे पूरा करने के लिए दिल जिद्दी होना चाहिए..!!
लेकिन राज हमेशा पुराने शेर का ही रहता है..!!
हमने तो जन्म ही कातिलो की बस्ती में लिया हैं..!!
याद रखना युही मैंने हवा में तीर नहीं चलाते हैं !!
गझट से बदल दूं इतनी न हैसियत न मेरीआदत हैं !!
बेखबर, शहर में तेरे जित्त से ज्यादा चर्चे तो मेरी
तो more info उनकी ख़ामोशी से सुकून नहीं खौफ आता है !!